अनिद्रा से हैं परेशान तो अपनाएं यह उपाय - An Overview



गर्भावस्था के दौरान, महिला के शरीर में कई बदलाव होते हैं जैसे प्रोजेस्टेरोन में वृद्धि या नए जीवन के विकास को समायोजित करने के लिए सक्रिय चयापचय। परिवर्तन जो मदद कर सकते हैं जैसे:

इन जड़ी बूटियों का प्रयोग अपनी सुविधानुसार करें। अथवा किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह लें।

यदि लेख लाभकारी एवं अच्छा लगता हो तो दूसरों के साथ साझा कर उनका भी मार्गदर्शन करें।

हाल की महामारी की स्थिति ने हमारे जीवन के बारे में बहुत कुछ बदल दिया है जिसमें नींद, तनाव, चिंता और अवसाद के लिए हमारा पैटर्न भी शामिल है। नींद विकार या अनिद्रा (नींद न आना) ने हमारे शारीरिक और मानसिक और स्वास्थ्य पर बुरी तरह प्रभाव डाला है। नीचे आपके मानसिक स्वास्थ्य से निपटने के तरीके दिए गए हैं। स्वस्थ तरीके से चिंता, तनाव और चिंता:

सोने जाने से पहले कुछ चीज़ों की आदत डालें। सोने से पहले अपने मन को परेशान करने वाले विचारों से मुक्त करने की कोशिश करें और आरामदायक तथा मनोरंजक गतिविधि में संलग्न हों  जैसे कि पढ़ना, संगीत सुनना या एक मनोरंजक फ़िल्म देखना।

अशांति निश्चय ही अनिद्रा के मूल में हो सकती है। अशांति चाहे पारिवारिक हो या अन्य किसी कारण से, बहुत बुरी होती है। अशांति नींद को कोसों दूर कर देती है। रोगी को पर्याप्त हंसी-मजाक और मनोरंजन आदि में अपना समय व्यतीत करना चाहिए। आवश्यक शारीरिक श्रम जरूर करना चाहिए। लेकिन अत्यधिक शारीरिक श्रम करना अनुचित है, अहितकर है। प्रतिदिन स्नान करना चाहिए। गर्म पानी से स्नान कभी भी नहीं करना चाहिए। गर्म पानी शरीर के लिए हानिकारक प्रभाव रखता है। हमेशा ठंडे शीतल here जल स्नान करने की आदत स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती है।

अनिद्रा (नींद न आना) का अनुभव करने वाले लोग आमतौर पर निम्नलिखित लक्षणों की रिपोर्ट करते हैं:

मनोरंजन वैष्णो देवी के दर्शन करने पहुंचे शाहरुख खान,माथा टेक कर किए…

#३ अपनी दिनचर्या में कुछ व्यायाम अथवा योगाभ्यास अवश्य शामिल करें। शरीर एवं मन के सम्पूर्ण स्वास्थ्य में योगासनों का अत्यंत महत्व है।

नींद न आने के कारण में कुछ शारीरिक परेशानियां भी शामिल हैं :

नींद पर रोक – यह उपचार आपके बिस्तर में बिताए जाने वाले समय को घटाता है और दिन की नींद से बचाता है, जिससे आंशिक नींद का अभाव होता है और आप अगली रात बहुत थका हुआ महसूस करते हैं। एक बार आपकी नींद में सुधार हो जाये, तो आपके सोने का समय धीरे-धीरे बढ़ाया जाता है।

चाहें, तो जीरा को बिना भिगोए भी उपयोग कर सकते हैं।

#७ सोने के कमरे में अधिक समान न रखकर कमरा साफ़ सुथरा एवं मद्धम रोशनी वाला रखें। सोने से पहले कुछ एसेंशियल ऑयल जैसे कि लेवेंडर (अपनी पसंद के अनुसार) इत्यादि का प्रयोग कर सकते हैं।

नींद के दवाई के लिए डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें. 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *